Sufi (Rock)

तेरी यादें मुझे तड़पाती है, तरसाती है
मेरे दिल को सनम धड़काती है, बेहकाती है

तू कभी किसी और की होना नहीं
जादू तेरे इश्क ने ऐसा किया

सूफी तेरे प्यार में बन ही गया
सूफी तेरे प्यार में बन ही गया...

तू मेरी चाहते मेरी राहतें मेरी आशिकी
तू मेरी आरज़ू, मेरी जुस्तजू, मेरी बेखुदी

तू मेरी धड़कने, मेरी जिन्दगी
मेरी पालके कभी भीगोना नहीं
तू कभी किसी और की होना नहीं

सूफी तेरे प्यार में बन ही गया
सूफी तेरे प्यार में बन ही गया...

अपनी तन्हाय्या, ये विरानिया चलो बांट ले
अपनी आवारगी, दीवानगी चलो बांट ले

बिन तेरे ना लगे कहीं अब जीया
ग़ैर के ख़्वाबों को पिरोना नहीं...
तू कभी किसी और की होना नहीं

सूफ़ी तेरे प्यार में बन ही गया
सूफी तेरे प्यार में बन ही गया...

तेरी यादें मुझे तड़पाती है, तरसाती है
मेरे दिल को सनम धड़काती है, बेहकाती है

तू कभी किसी और का होना नहीं
जादू तेरे इश्क ने ऐसा किया

सूफी तेरे प्यार में बन ही गया
सूफी तेरे प्यार में बन ही गया...

(सूफी तेरे प्यार में) बन ही गया...
(सूफी तेरे प्यार में) बन ही गया...
बन ही गया...
(सूफी तेरे प्यार में बन ही गया)



Credits
Writer(s): Sameer
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