Pagalpan Chha Gaya Dil Tumpe Aagaya

I want you, I love you
ओ, जानम, I miss you
जानम, जानम

पागलपन छा गया, दिल तुम पे आ गया
पागलपन छा गया, दिल तुम पे आ गया
रोका मैंने बहुत, पर ये ना माना, दिल ही तो है
पागलपन छा गया, दिल तुम पे आ गया
रोका मैंने बहुत, पर ये ना माना, दिल ही तो है

यादें तेरी साथ लिए जिस महफ़िल में जाऊँ मैं
सब के बीच में रह के ख़ुद को तन्हा पाऊँ मैं
यादें तेरी साथ लिए जिस महफ़िल में जाऊँ मैं
सब के बीच में रह के ख़ुद को तन्हा पाऊँ मैं
ख़ुद को तन्हा पाऊँ मैं

अपना वो हाल है, मुश्किल ये साल है
अब क्या तुझसे कहे तेरा दीवाना, दिल ही तो है
पागलपन छा गया, दिल तुम पे आ गया
रोका मैंने बहुत, पर ये ना माना, दिल ही तो है

मजनूँ ने लैला-लैला क्यूँ लिखा दीवारों पे?
सोहनी क्यूँ डूब गई बीच नदी के धारों में?
मजनूँ ने लैला-लैला क्यूँ लिखा दीवारों पे?
सोहनी क्यूँ डूब गई बीच नदी के धारों में?
बीच नदी के धारों में

रोता है दिल कभी, हँसता है दिल कभी
अपने बस में नहीं इसे समझाना, दिल ही तो है
पागलपन छा गया, दिल तुम पे आ गया
रोका मैंने बहुत, पर ये ना माना, दिल ही तो है



Credits
Writer(s): Anu Malik, Faaiz Anwar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link