Kyun Na Ye

रूठे से हैं पल ये सभी
ग़ैर मुझे जो बोल दिया
फीके से हैं रंग सभी
तन्हाइयाँ जो घोल दिया

सारे शहर में मुझसा अमीर तो कोई नहीं 'गर साथ है तू
तेरे बिना मैं कुछ भी नहीं रे, सबकुछ मेरा है तू

क्यूँ ना ये समझे रे तू?
मुझमें दिल की जगह है तू
तेरे होने से ज़िंदा हूँ
क्यूँ ना ये समझे रे तू?

कुछ ग़लतियाँ तुमने करी
कुछ ख़ामियाँ मेरी भी हैं
पर दूरियाँ यूँ ना बढ़ा
दे कोई सज़ा जो देनी है

कुछ बातों को तू भूल जा
कुछ बातों को भूलूँ मैं
आ, फ़िर से जी मुझपे तू
आ, फ़िर से तुझपे जीयूँ मैं

रूठे से हैं पल ये सभी
ग़ैर मुझे जो बोल दिया
फीके से हैं रंग सभी
तन्हाइयाँ जो घोल दिया

सारे शहर में मुझसा अमीर तो कोई नहीं 'गर साथ है तू
तेरे बिना मैं कुछ भी नहीं रे, सबकुछ मेरा है तू

क्यूँ ना ये समझे रे तू?
मुझमें दिल की जगह है तू
तेरे होने से ज़िंदा हूँ
क्यूँ ना ये समझे रे तू?



Credits
Writer(s): Rajesh Kumar Nishad, Ankur Singh
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