Aatishbaazi - Reprise

मुझ को ना ख़बर थी
इस तरह तेरी यादें यूँ तड़पाएँगी
मुझ को सताएँ जो यादें
वो तेरे हिस्से भी तो आएँगी

बेचैनियों में क्यूँ लमहा सजा है?
कि दिल नहीं सँभल रहा

ये सीने के अंदर है कैसा समंदर?
क्यूँ मुझ को डुबाएँ वो यादें तेरी?
जो तू रू-ब-रू है तो मिलता सुकूँ है
ये आतिशबाज़ी है तेरी-मेरी

मुझ से ये दिल मेरा कह रहा
तुझ से हैं शिकायतें बड़ी
क्यूँ तेरे जाने के बाद भी
तेरी यादें जाती ही नहीं?

तेरा असर है, ये तेरा नशा है
कि चैन मेरा खो रहा

ये सीने के अंदर है कैसा समंदर?
क्यूँ मुझ को डुबाएँ वो यादें तेरी?
जो तू रू-ब-रू है तो मिलता सुकूँ है
ये आतिशबाज़ी है तेरी-मेरी

ये दिल को पता है, जो दिल चाहता है
वो एहसास की तू ज़रूरत मेरी
तू ही आरज़ू है, तू मेरा जुनूँ है
ये आतिशबाज़ी है तेरी-मेरी



Credits
Writer(s): Jubin Nautiyal, Rocky, Rocky Khanna
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