Paani

मन में बसे अँधेरों से बादल छा रहे
फिसलते हुए किनारों पे तुझको बुला रहे

बरसाती है समाँ
अँधेरा है यहाँ
बूँदें गिरी नहीं
तू किनारों पे थमा

तू ख़ुद की कर फ़िकर
धुँधली ना हो तेरी नज़र
पानी अपना रास्ता बनाएगा

तू ख़ुद की कर फ़िकर
धुँधली ना हो तेरी नज़र
पानी अपना रास्ता बनाएगा

भीगी चली हवाओं से इरादे थम गए
मन में फँसी आवाज़ों से बादल चिल्ला रहे

दिन आधे से यहाँ
दिन ढलता जा रहा
बिन सोचे ही कहीं
तू सोते ख़्वाबों में बसा

तू ख़ुद की कर फ़िकर
धुँधली ना हो तेरी नज़र
पानी अपना रास्ता बनाएगा

तू ख़ुद की कर फ़िकर
धुँधली ना हो तेरी नज़र
पानी अपना रास्ता बनाएगा

बरसाती है समाँ
अँधेरा है यहाँ
बूँदें गिरी नहीं
तू किनारों पे थमा
थमा, थमा, थमा

तू हो ना बेसबर
रख दिल को थामकर
पानी नदियों में भी भर जाएगा

तू ख़ुद की कर फ़िकर
धुँधली ना हो तेरी नज़र
पानी अपना रास्ता बनाएगा

पानी अपना रास्ता बनाएगा
पानी नदियों में भी भर जाएगा



Credits
Writer(s): Rohan Kamath, Sachin Mishra
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