Babul Chodi Na Jaaye - Jhankar

बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ
हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ
जाते देख के रोएँ मेरे बचपन की सखियाँ, हो
(बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ)
(हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ)

नदी किनारे बचपन बीता, अँगना तेरे जवान हुई
हाए, रे क़िस्मत, हुई जवाँ तो ग़ैरों की मेहमान हुई
अब ग़ैरों के देस बाबुल उड़ चली ये चिरलियाँ, हो
(बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ)
(हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ)

माँ नहीं देखी मैंने बाबुल, तूने माँ का प्यार दिया
हाथ में दे के हाथ किसी के ख़ुशियों का संसार दिया
तू तो रब से प्यारा बाबुल, ले लूँ तेरी बलैयाँ
हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ
(हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ)

जाते देख के रोएँ मेरे बचपन की सखियाँ
हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ
(हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ)
(हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ)

(हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ)
(हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ)
(हो, बाबुल छोड़ी ना जाएँ, हाए, तेरी गलियाँ)



Credits
Writer(s): Usha Khanna, Saawan Kumar
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