Yehi Zindagi Ka Usool Hai

यही ज़िंदगी का उसूल है
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा
यही ज़िंदगी का उसूल है
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा

जो मिला है दिल से लगा के रख
जो मिला है दिल से लगा के रख
जो नहीं मिला, उसे भूल जा
...उसे भूल जा

यही ज़िंदगी का उसूल है
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा
जो मिला है दिल से लगा के रख
जो नहीं मिला, उसे भूल जा
...उसे भूल जा

यही ज़िंदगी का उसूल है
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा

ना वो धूप थी, ना वो चाँदनी
ना चराग़ था, ना वो रोशनी
ना वो धूप थी, ना वो चाँदनी
ना चराग़ था, ना वो रोशनी

वो ख़याल था, कोई ख़ाब था
वो ख़याल था, कोई ख़ाब था
वो था आईना, उसे भूल जा
...उसे भूल जा

यही ज़िंदगी का उसूल है
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा

वो जो मेरे दिल के क़रीब था
वो ना जाने किस का नसीब था
वो जो मेरे दिल के क़रीब था
वो ना जाने किस का नसीब था

तुझे हँस के उस ने भुला दिया
तुझे हँस के उस ने भुला दिया
तू भी मुस्कुरा, उसे भूल जा
...उसे भूल जा

यही ज़िंदगी का उसूल है
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा
यही ज़िंदगी का उसूल है
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा

जो मिला है दिल से लगा के रख
जो मिला है दिल से लगा के रख
जो नहीं मिला, उसे भूल जा
...उसे भूल जा

यही ज़िंदगी का उसूल है
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा
जो बिछड़ गया, उसे भूल जा



Credits
Writer(s): Jatin Pandit, Lalitraj Pandit, Zameer Kazmi
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