Aap Noka Sayaa

अपनों का साया हो
जहाँ जाएँ रोशनी के दीप जलाएँ
रिश्तों से खुशियों के लम्हे चुराएँ
प्यार पाएँ, खिलखिलाएँ

मुश्किलों को जीते हैं (हौसलों में जीते हैं)
जीवन की डोरी से ही बाँधा है सभी को यहीं
वक्त के संग चल के दिल को बहलाता है

ये रिश्ता क्या कहलाता है?
ओ, ये रिश्ता क्या कहलाता है?

अपनों का साया हो
जहाँ जाएँ रोशनी के दीप जलाएँ
रिश्तों से खुशियों के लम्हे चुराएँ
प्यार पाएँ, खिलखिलाएँ

मुश्किलों को जीते हैं (हौसलों में जीते हैं)
जीवन की डोरी से ही बाँधा है सभी को यहीं
वक्त के संग चल के दिल को बहलाता है

ये रिश्ता क्या कहलाता है?
ओ, ये रिश्ता क्या कहलाता है?



Credits
Writer(s): Mohammed Moinuddin
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