Woh Pagli Si Ladki Yaad Aati Hai

इश्क़ वाली उन गलियों से जब भी मैं गुजरता हूँ
यादो में उसकी हाय डूब के उबरता हूँ
मासूम सा एक चेहरा भोली सी एक लड़की
बंद सा वो दरवाजा अध खुली सी वो खिड़की
ऐसा लगता है जैसे मुझे बुलाती है
वो पगली सी लड़की याद आती है
वो पगली सी लड़की याद आती है
माई मैं अब की करेया
अस्को से नैना भरया उसकी जदो याद सातवे
याद विच पल-पल मरया
माई मैं अब की करेया बता मैं अब की करया
माई मैं अब की करेया

वो साँझ ढले उसका वो छत पर आ जाना
और दुपट्टे को सर से धीरे-धीरे सरकना
फिर तिरछी नजरो से नजरो का वो मिलाना
वो जितनी पागल थी मैं भी था उतना दीवाना
उसकी खुशबू सासों को अब तक महकाती है
वो पगली सी लड़की याद आती है
वो पगली सी लड़की याद आती है
माई मैं अब की करेया
अस्को से नैना भरया उसकी जदो याद सातवे
याद विच पल-पल मरया
माई मैं अब की करेया बता मैं अब की करया
माई मैं अब की करेया
माई
माई
मैं अब की करया



Credits
Writer(s): Satish Sharma
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