Gadi Chale

गाड़ी चले गाड़ी चले गाड़ी चले
गाड़ी मेरी दिल्ली से मोहाली चले
आगे तार कभी देखते नी दम
हत्त तार बेटा मोट की सवारी चले
गाड़ी चले गाड़ी चले गाड़ी चले
गाड़ी मेरी दिल्ली से मोहाली चले
आगे तार कभी देखते नी दम
हत्त तार बेटा मोट की सवारी चले

होते ही शाम निकलती है गड्डिया
चोक चौबारे ये हाईवे से गलिया
है क्या कोई जो सीधे आके युद्ध करे
लोकी खेंडे ने ग़लत आपा खेंडे कलाकार
मोडो से बच के बाइक पे राज के
आ गए हम दिखा दो हम से बच के
हम अनोखे यार हम अनोखे कलाकार
कोन है साडे बर्बाद तयार

गाड़ी चले गाड़ी चले गाड़ी चले
गाड़ी मेरी दिल्ली से मोहाली चले
आगे तार कभी देखते नी दम
हत्त तार बेटा मोट की सवारी चले
गाड़ी चले गाड़ी चले गाड़ी चले
गाड़ी मेरी दिल्ली से मोहाली चले
आगे तार कभी देखते नी दम
हत्त तार बेटा मोट की सवारी चले

खूब माई है दम पीआर
चलो कोई एहसान नहीं
हर्बल पाइट
चलो कोई स्वाद नहीं
मेरी गाडी जेसे
प्रकाश की गति
माई फोच जौ चांद पे
पीआर खातेम हो गियर अब
शीशे क्रे भन्न
लोंडे क्रे रन
माई खुद हत्यार
माई रख्ता नी गुन
गार्डी चले रंग
लेट नी ब्रेक
उस्ताद है
क्रे ह्यूम चेज़

गाड़ी चले गाड़ी चले गाड़ी चले
गाड़ी मेरी दिल्ली से मोहाली चले
आगे तार कभी देखते नी दम
हत्त तार बेटा मोट की सवारी चले
गाड़ी चले गाड़ी चले गाड़ी चले
गाड़ी मेरी दिल्ली से मोहाली चले
आगे तार कभी देखते नी दम
हत्त तार बेटा मोट की सवारी चले



Credits
Writer(s): Sumit Kumar
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