Moh Na Laage (From "Dukaan")

मोह ना लागे

मोह ना लागे, मोहन, तोसे
ऐसी कोई सूरत कर दे
या रेशम सी मख़मल कर दे
या पत्थर की मूरत कर दे

तोह में काशी, काबा मेरा...
तोह में काशी, काबा मेरा, तोह में बसते राम
जो कर लूँ मैं तेरे फेरे
कर लूँ चारों धाम, कर लूँ चारों धाम

मोह ना लागे, मोह ना लागे
मोह ना लागे, मोह ना लागे

तरस में बीते बरस ये सारे
बरसे रिमझिम मेघा कारे
साँझ चढ़ी तो साँझ चली फिर
चाँद भी निकला, चमके सितारे

फूल खिला ना अँगना मोरे
आए-गए जो फाग
पर नैनों ने मेरे लिया ना
सावन से बैराग, सावन से बैराग

मोह ना लागे, मोह ना लागे
मोह ना लागे, मोह ना लागे

कैसो पिया सो चाव लागा ये
जग दोष का ही नाम दे
मीरा को भक्ति ही सुहाए
प्रीत क्यूँ डारी श्याम से

ओ, सारे गीत बदल दो
चाहे रीत पलट दो
दो नाम अलग हैं, संग में बोलो
आज से बोलो, "मीरा-श्याम, मीरा श्याम"

कोरे जोग का चोला ओढ़ा, पहना हर इल्ज़ाम
पी लूँ अब मैं विष का प्याला, हो जाऊँ बदनाम
बोलो, "मीरा-श्याम"
बोलो, "मीरा-श्याम"

मोह ना लागे, मोह ना लागे
मोह ना लागे, मोह ना लागे



Credits
Writer(s): Siddharth Singh, Garima Wahal, Shreyas Prashant Puranik
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