Mujhe De De Har Gham Tera

तू ही, हाँ, वो ग़ैर है जो कि अपना लगा
माँगूँ तेरे ख़ैर मैं अब तो अपनी जगह

मैं तो करूँ रब से दुआ
मुझे दे-दे हर ग़म तेरा
मेरी खुशियों का वास्ता
मुझे दे-दे हर ग़म तेरा

तेरी इन हाथों की लकीरें
तू मिला मेरे इन हाथों की लकीरों से, हाँ, मिलती हैं सभी
कैसी ना मिलती तू अब मुझे
जो लिखा मेरी क़िस्मत ने नसीबों में, हाँ, तू तो है वही

तू ही, हाँ, वो दर्द है जो सुकूँ है मेरा

मैं तो करूँ रब से दुआ
मुझे दे-दे हर ग़म तेरा
मेरी खुशियों का वास्ता
मुझे दे-दे हर ग़म तेरा

तू ही है साँसों का हमसफ़र या है ज़िंदगी
जो जीने को कहती है, हाँ, तू ही है वही
खुशी जो छा गई ग़मों पर, अब तो हर कहीं
जो रौनक सी रहती है, हाँ, तू ही है वही

तू है, हाँ, वो पैर, मैं जिसका हूँ रास्ता

मैं तो करूँ रब से दुआ
मुझे दे-दे हर ग़म तेरा
मेरी खुशियों का वास्ता
मुझे दे-दे हर ग़म तेरा

मैं तो करूँ रब से दुआ
मुझे दे-दे हर ग़म तेरा
मेरी खुशियों का वास्ता
मुझे दे-दे हर ग़म तेरा



Credits
Writer(s): Junaid Wasi
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