Apne Mehboob Ki

अपने महबूब की तस्वीर बनाने के लिए
अपने महबूब की तस्वीर बनाने के लिए
मैं चला रंग गुलाबों से चुराने के लिए
मैं चला रंग गुलाबों से चुराने के लिए

अपने महबूब की तस्वीर बनाने के लिए
अपने महबूब की तस्वीर बनाने के लिए
मैं चली रंग गुलाबों से चुराने के लिए
मैं चली रंग गुलाबों से चुराने के लिए

आज की रात चराग़ों को बुझा रहने दो
ज़ुल्फ़ मत बाँधो, इन्हें यूँ ही खुला रहने दो
अपनी चाहत का, मेरी जान, नशा रहने दो
रहने दो, रहने दो, नशा रहने दो

तेरी चाहत के हसीं ख़्वाब में खो जाऊँगा
तेरी ज़ुल्फ़ों की सियाह-रात में सो जाऊँगा
साथ छूटा तो मैं बर्बाद भी हो जाऊँगा

तू ज़रूरी है बहुत मेरे ख़ज़ाने के लिए
मैं चला रंग गुलाबों से चुराने के लिए
अपने महबूब की तस्वीर बनाने के लिए
मैं चली रंग गुलाबों से चुराने के लिए

अपनी पलकें मेरी आँखों पे झुका कर देखो
झील को आज समंदर से मिला कर देखो
मेरी बाँहों में चले आओ, फिर आ कर देखो
आओ ना, आओ ना, आ कर देखो

मैं तेरे संग कहीं से भी गुज़र सकती हूँ
दूर मत जाना मुझे छोड़ के, मर सकती हूँ
टूट कर फूल की तरह से बिखर सकती हूँ

उम्र-भर साथ रहो, मुझको बचाने के लिए
मैं चली रंग गुलाबों से चुराने के लिए
अपने महबूब की तस्वीर बनाने के लिए
मैं चला रंग गुलाबों से चुराने के लिए
मैं चली रंग गुलाबों से चुराने के लिए



Credits
Writer(s): Aadesh Shrivastava, Faaiz Anwar
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