Tu Jo Aa Jaye

तू जो आ जाए

तू जो आ जाए
तू जो आ जाए

तू जो आ जाए
तू जो आ जाए तो इस घर को सँवरता देखूँ
एक मुद्दत से जो वीराँ है वो बसता देखूँ
एक मुद्दत से जो वीराँ है वो बसता देखूँ
तू जो आ जाए

ख़्वाब बनकर तू बरसता रहे शबनम-शबनम
ख़्वाब बनकर...
ख़्वाब बनकर तू बरसता रहे शबनम-शबनम, शबनम-शबनम
ख़्वाब बनकर, ख़्वाब बनकर...
ख़्वाब बनकर तू बरसता रहे शबनम-शबनम
और बस मैं इसी मौसम को निख़रता देखूँ
और बस मैं इसी मौसम को निख़रता देखूँ
और बस मैं इसी मौसम को निख़रता देखूँ

(राग दुर्गा में ये बंदिश है)

जिसको मिलना ही नहीं, उससे मोहब्बत कैसी?
जिसे मिलना ही नहीं
जिसे मिलना ही नहीं
जिसे मिलना ही नहीं
जिसे मिलना ही नहीं
जिसे मिलना ही नहीं
जिसे मिलना...
जिसे मिलना ही नहीं, उससे मोहब्बत कैसी?
उससे मोहब्बत कैसी?

जिसे मिलना...
जिसे मिलना...
जिसे मिलना ही नहीं, उससे मोहब्बत कैसी?
सोचता जाऊँ
सोचता जाऊँ मगर दिल में उतरता देखूँ
सोचता जाऊँ

दिल गया था तो ये आँखें भी कोई ले जाता
दिल गया था
दिल गया था, गया था
दिल गया था तो कोई
दिल गया था तो ये आँखें भी कोई ले जाता
दिल गया था, गया था
दिल गया था, दिल गया था
दिल गया था तो ये आँखें भी कोई ले जाता
मैं फ़क़त एक ही तस्वीर कहाँ तक देखूँ
मैं फ़क़त एक ही तस्वीर कहाँ तक देखूँ

तू जो आ जाए तो इस घर को सँवरता देखूँ
एक मुद्दत से जो वीराँ है वो बसता देखूँ
तू जो आ जाए



Credits
Writer(s): Jagjit Singh, Bashir Badr
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