Hasti Apni Habab Ki Si Hai

हस्ती अपनी हबाब की सी है
हस्ती अपनी हबाब की सी है
ये नुमाइश सराब की सी है
ये नुमाइश सराब की सी है
हस्ती अपनी...

नाज़ुकी उसके लब की क्या कहिए!
नाज़ुकी उसके लब की क्या कहिए!
पंखुड़ी एक गुलाब की सी है
पंखुड़ी एक गुलाब की सी है

हस्ती अपनी हबाब की सी है
हस्ती अपनी...

बार-बार उसके दर पे जाता हूँ
बार-बार, बार...
बार-बार उसके दर पे जाता हूँ
हालत अब इज़्तिराब की सी है
हालत अब इज़्तिराब की सी है

हस्ती अपनी हबाब की सी है
हस्ती अपनी...

'मीर' उन नीम-बाज़ आँखों में
'मीर', 'मीर'...
'मीर' उन नीम-बाज़ आँखों में
सारी मस्ती शराब की सी है
सारी मस्ती शराब की सी है

हस्ती अपनी हबाब की सी है
ये नुमाइश सराब की सी है
हस्ती अपनी हबाब की सी है
हस्ती अपनी...



Credits
Writer(s): Ustad Ghulam Mustafa Khan, Mir-taqi Mir
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