Haadson Mein

ऐसे आँधी-तूफ़ानों ने
आ कर मुझको घेरा
मंदिर-मस्जिद रहे सलामत
टूट गया दिल मेरा

हादसों में दिल के टुकड़े हो गए, हो गए
हादसों में दिल के टुकड़े हो गए, हो गए
चूर अपने सब इरादे हो गए
चूर अपने सब इरादे हो गए

वक़्त ने ऐसा दिया धोका हमें
वक़्त ने ऐसा दिया धोका हमें
क्या हमें होना था और क्या हो गए
क्या हमें होना था और क्या हो गए
हादसों में दिल के टुकड़े हो गए, हो गए

दूर तक एक दर्द का सैलाब है
हर जगह बिखरा हुआ एक ख़्वाब है
दूर तक एक दर्द का सैलाब है
हर जगह बिखरा हुआ एक ख़्वाब है

जागना था, हाय, जिस लम्हा कहीं
जागना था, हाय, जिस लम्हा कहीं
क्यूँ वहाँ अपने मुक़द्दर सो गए?
क्यूँ वहाँ अपने मुक़द्दर सो गए?
हादसों में दिल के टुकड़े हो गए, हो गए

हर तरफ़ वीरानियाँ, तन्हाइयाँ
कौन समझे ज़ख़्म की गहराइयाँ?
हर तरफ़ वीरानियाँ, तन्हाइयाँ
कौन समझे ज़ख़्म की गहराइयाँ?

मौत बन कर जी रही है ज़िंदगी
मौत बन कर जी रही है ज़िंदगी
अपनी परछाई में हम तो खो गए
अपनी परछाई में हम तो खो गए

हादसों में दिल के टुकड़े हो गए, हो गए
हादसों में दिल के टुकड़े हो गए, हो गए
चूर अपने सब इरादे हो गए
चूर अपने सब इरादे हो गए

वक़्त ने ऐसा दिया धोका हमें
वक़्त ने ऐसा दिया धोका हमें
क्या हमें होना था और क्या हो गए
क्या हमें होना था और क्या हो गए
हादसों में दिल के टुकड़े हो गए, हो गए



Credits
Writer(s): Anwar Hussain, Ibrahim Ashq
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