Ghamon Ne Gher Liya

ग़मों ने घेर लिया है मुझे तो क्या ग़म है?
ग़मों ने घेर लिया है मुझे तो क्या ग़म है?
मैं मुस्कुरा के जिऊँगा तेरी ख़ुशी के लिए
कभी-कभी तू मुझे याद कर तो लेती है
सुकून इतना सा काफ़ी है ज़िंदगी के लिए
ग़मों ने घेर लिया है मुझे तो क्या ग़म है?

ये वक़्त जिसने पलट कर कभी नहीं देखा
ये वक़्त जिसने पलट कर कभी नहीं देखा
ये वक़्त अब भी मुरादों के फूल लाता है
वो मोड़ जिसने हमें अजनबी बना डाला
उस एक मोड़ पे दिल अभी भी गुनगुनाता है

ग़मों ने घेर लिया है मुझे तो क्या ग़म है?

फ़ज़ाएँ रुकती हैं राहों पे जिनसे हम गुज़रें
फ़ज़ाएँ रुकती हैं राहों पे जिनसे हम गुज़रें
घटाएँ आज भी झुक कर सलाम करती हैं
हर एक शब ये सुना है, फ़लक पे कुछ परियाँ
वफ़ा का चाँद हमारे भी नाम करती है

ग़मों ने घेर लिया है मुझे तो क्या ग़म है?

ये मत कहो कि मोहब्बत से कुछ नहीं पाया
ये मत कहो कि मोहब्बत से कुछ नहीं पाया
ये मेरे गीत, मेरे ज़ख़्म-ए-दिल की रानाई
जिन्हें तरसती रही अंजुमन की रंगीनी
मुझे मिली है मुक़द्दर से ऐसी तन्हाई

ग़मों ने घेर लिया है मुझे तो क्या ग़म है?
मैं मुस्कुरा के जिऊँगा तेरी ख़ुशी के लिए
कभी-कभी तू मुझे याद कर तो लेती है
सुकून इतना सा काफ़ी है ज़िंदगी के लिए
ग़मों ने घेर लिया है मुझे तो क्या ग़म है?



Credits
Writer(s): Pankaj Udhas, Sardar Anjum
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