Insaaf Ki Dagar Pe

इन्साफ़ की डगर पे
बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा
नेता तुम्हीं हो कल के
इन्साफ़ की डगर पे
बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा
नेता तुम्हीं हो कल के

दुनिया के रंज सहना और
कुछ न मुँह से कहना
दुनिया के रंज सहना और कुछ न मुँह से कहना
सच्चाइयों के बल पे
आगे को बढ़ते रहना
सच्चाइयों के बल पे आगे को बढ़ते रहना
रख दोगे एक दिन तुम
संसार को बदल के
रख दोगे एक दिन तुम संसार को बदल के
इन्साफ़ की डगर पे
बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा
नेता तुम्हीं हो कल के

अपने हों या पराए
सबके लिये हो न्याय
अपने हों या पराए सबके लिये हो न्याय
देखो कदम तुम्हारा
हरगिज़ न डगमगाए
देखो कदम तुम्हारा हरगिज़ न डगमगाए
रस्ते बड़े कठिन हैं
चलना सम्भल-सम्भल के
रस्ते बड़े कठिन हैं चलना सम्भल-सम्भल के
इन्साफ़ की डगर पे
बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा
नेता तुम्हीं हो कल के

इन्सानियत के सर पे
इज़्ज़त का ताज रखना
इन्सानियत के सर पे इज़्ज़त का ताज रखना
तन मन भी भेंट देकर
भारत की लाज रखना
तन मन भी भेंट देकर भारत की लाज रखना
जीवन नया मिलेगा
अंतिम चिता में जल के
जीवन नया मिलेगा अंतिम चिता में जल के
इन्साफ़ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्हीं हो कल के



Credits
Writer(s): Ravindra Sathe
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