Sawan Aaya Hai (Unplugged)

मोहब्बत बरसा देना तू सावन आया है
तेरे और मेरे मिलने का मौसम आया है
मोहब्बत बरसा देना तू सावन आया है
तेरे और मेरे मिलने का मौसम आया है

सब से छुपा के तुझे सीने से लगाना है
प्यार में तेरे हद से गुज़र जाना है
इतना प्यार किसी पे पहली बार आया है

मोहब्बत बरसा देना तू सावन आया है
तेरे और मेरे मिलने का मौसम आया है

क्यूँ एक पल की भी जुदाई सही जाए ना?
क्यूँ हर सुबह तू मेरी साँसों में समाए ना?
आजा ना तू मेरे पास, दूँगा इतना प्यार मैं
कितनी रात गुज़ारी है तेरे इंतज़ार में

कैसे बताऊँ जज़्बात ये मेरे?
मैंने ख़ुद से भी ज़्यादा तुझे चाहा है
सब कुछ छोड़ के आना तू सावन आया है
तेरे और मेरे मिलने का मौसम आया है

भीगे-भीगे तेरे लब मुझको कुछ कहते हैं
दिल है ख़ुश मेरा के ख़याल एक जैसे हैं
रोको ना यूँ ख़ुद को तुम, सुन लो दिल की बात को
ढल जाने दो शाम और आजाने दो रात को

कितना हँसीं ये लमहा है
क़िस्मत से मैंने चुराया है
आज की रात ना जाना तू सावन आया है
तेरे और मेरे मिलने का मौसम आया है

सब से छुपा के तुझे सीने से लगाना है
प्यार में तेरे हद से गुज़र जाना है
इतना प्यार किसी पे पहली बार आया है



Credits
Writer(s): Tony Kakkar
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