Bheegti Aankhon Se

भीगती आँखों से...
भीगती आँखों से रुख़्सत ना करो
भीगती आँखों से रुख़्सत ना करो
हमसे तुम इतनी मोहब्बत ना करो
भीगती आँखों से रुख़्सत ना करो

कैसे रह पाएँगे, हम तो मर जाएँगे
कैसे रह पाएँगे, हम तो मर जाएँगे
इस तरह टूट के चाहत ना करो
भीगती आँखों से रुख़्सत ना करो

ज़िंदगी में ऐसे पल भी तो आते हैं
मिलने की ख़्वाहिश में दिल बिछड़ जाते हैं
दर्द बेचैनी का कोई कैसे सहे?

डूबती रातों में...
डूबती रातों में ऐसा ना करो
इस तरह टूट के चाहत ना करो
भीगती आँखों से रुख़्सत ना करो

कैसे रह पाएँगे, हम तो मर जाएँगे
कैसे रह पाएँगे, हम तो मर जाएँगे
इस तरह टूट के चाहत ना करो
भीगती आँखों से रुख़्सत ना करो

याद आएँगी हमें वो सुहानी रातें
कैसे हम भूलेंगे वो तुम्हारी बातें?
हाल तन्हाई का कोई कैसे सहे?

टूटती साँसों को...
टूटती साँसों को रुख़्सत ना करो
हमसे तुम इतनी मोहब्बत ना करो
भीगती आँखों से रुख़्सत ना करो

कैसे रह पाएँगे, हम तो मर जाएँगे
कैसे रह पाएँगे, हम तो मर जाएँगे
इस तरह टूट के चाहत ना करो
भीगती आँखों से रुख़्सत ना करो
भीगती आँखों से रुख़्सत ना करो



Credits
Writer(s): Aadesh Shrivastav, Sameer Lalji Anjaan
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