Na Shiqwa Hota

आप को मुझसे गिला होता ना शिकवा होता
मेरी मजबूरी को 'गर आप ने समझा होता
समझा होता

आप को मुझसे गिला होता ना शिकवा होता
आप को मुझसे गिला होता ना शिकवा होता
मेरी मजबूरी को 'गर आप ने...
मेरी मजबूरी को 'गर आप ने समझा होता
समझा होता

आप को मुझसे...
आप को मुझसे गिला होता ना शिकवा होता

दर्द की याद में भी दर्द है, बेहतर ये था
दर्द की याद में भी दर्द है, बेहतर ये था

अपने ज़ख़्मों का हिसाब हम ने ना रखा होता
मेरी मजबूरी को 'गर आप ने...
मेरी मजबूरी को 'गर आप ने समझा होता
समझा होता

ख़्वाब देखे थे जो हम ने वो सभी सच होते
ख़्वाब देखे थे जो हम ने वो सभी सच होते

सोचिए, ऐसा अगर होता तो कैसा होता
मेरी मजबूरी को 'गर आप ने समझा होता
समझा होता

आप को मुझसे गिला होता ना शिकवा होता



Credits
Writer(s): Javed Akhtar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link