Humrahi Jabho Mastana

हाँ, हाँ, फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ
हो, हो, फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ

हमराही जब हो मस्ताना, मौज में हो दिल दीवाना
फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ
हमराही जब हो मस्ताना, मौज में हो दिल दीवाना
फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ

ये ख़ुमार, ये नशा, जवाँ बेख़ुदी
अब ना कोई नगर, ना कोई गली
दिन वहाँ, रात यहाँ

हमराही जब हो मस्ताना, मौज में हो दिल दीवाना
फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ
हमराही जब हो मस्ताना, मौज में हो दिल दीवाना
फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ

डगमग चलना शहरों में, बाज़ारों में
महके-महके फ़िरना गुलज़ारों में
हम दिल वाले चंचल ऐसे, तौबा
हलचल सी पड़ जाए दिलदारों में

इस मस्ती में सब चलता है
अब कोई क्या सोच रहा है
हम मतवाले क्या जानें (क्या जानें, क्या जानें...)
अरे, हम मतवाले क्या जानें
हम मतवाले क्या जानें, yeah, yeah, yeah

हमराही जब हो मस्ताना, मौज में हो दिल दीवाना
फिर चलने वाले (चलने वाले, चलने वाले...)
हमराही जब हो मस्ताना, मौज में हो दिल दीवाना
फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ
फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ

चढ़ती जवानी तेरी-मेरी
मिल जाने में काहे की है देरी?
जोश में आ के चल निकले हैं हम, यारा
होने दे धड़कन की हेरा-फ़ेरी

प्यार की रस्में फिर सोचेंगे
ठीक है क्या और ग़लती क्या है
हम मतवाले क्या जानें (क्या जानें, क्या जानें...)
अरे, हम मतवाले क्या जानें
हम मतवाले क्या जानें, yeah, yeah, yeah

हमराही जब हो मस्ताना, मौज में हो दिल दीवाना
फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ
हमराही जब हो मस्ताना, मौज में हो दिल दीवाना
फिर चलने वाले (चलने वाले, चलने वाले...)

हो, हो, फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ
हाँ, हाँ, फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ
हाँ, हाँ, फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ
हाँ, हाँ, फिर चलने वाले रुकते हैं कहाँ



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Majrooh Sultanpuri, A. R. Rahman
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