Mujhe Mere Haal Pe Chhod Do (From "Kanhaiya")

मुझे तुमसे कुछ भी ना चाहिए
मुझे मेरे हाल पे छोड़ दो
मुझे मेरे हाल पे छोड़ दो

मेरा दिल अगर कोई दिल नहीं
उसे मेरे सामने तोड़ दो
उसे मेरे सामने तोड़ दो
मुझे तुमसे कुछ भी ना चाहिए

मैं ये भूल जाऊँगा ज़िंदगी
कभी मुस्कुराई थी प्यार में

मैं ये भूल जाऊँगा ज़िंदगी
कभी मुस्कुराई थी प्यार में
मैं ये भूल जाऊँगा मेरा दिल
कभी खिल उठा था बहार में

जिन्हें इस जहाँ ने भुला दिया
मेरा नाम उन में ही जोड़ दो
मेरा नाम उन में ही जोड़ दो

मुझे तुमसे कुछ भी ना चाहिए
मुझे मेरे हाल पे छोड़ दो
मुझे मेरे हाल पे छोड़ दो
मुझे तुमसे कुछ भी ना चाहिए

तुम्हें अपना कहने की चाह में
कभी हो सके ना किसी के हम

तुम्हें अपना कहने की चाह में
कभी हो सके ना किसी के हम
यही दर्द मेरे जिगर में है
मुझे मार डालेगा बस ये ग़म

मैं वो गुल हूँ जो ना खिला कभी
मुझे क्यूँ ना शाख़ से तोड़ दो
मुझे क्यूँ ना शाख़ से तोड़ दो

मुझे तुमसे कुछ भी ना चाहिए
मुझे मेरे हाल पे छोड़ दो
मुझे मेरे हाल पे छोड़ दो
मुझे तुमसे कुछ भी ना चाहिए



Credits
Writer(s): Shailendra, Jaikshan Shankar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link