Jab Chaha Jazbaat

जब चाहा, जज़्बात से खेले
जब चाहा, जज़्बात से खेले, जब चाहा दिल तोड़ दिया
जब चाहा, जज़्बात से खेले, जब चाहा दिल तोड़ दिया
हम ने भी, ऐसे लोगों से
हम ने भी, ऐसे लोगों से, मिलना-जुलना छोड़ दिया
जब चाहा, जज़्बात से खेले, जब चाहा दिल तोड़ दिया

तुमको कुछ एहसास नहीं है, हैरत तो इस बात की है
तुमको कुछ एहसास नहीं है, हैरत तो इस बात की है
तुमने तो बातों-बातों में
तुमने तो बातों-बातों में, दिल का छाला फोड़ दिया
हम ने भी, ऐसे लोगों से, मिलना-जुलना छोड़ दिया
जब चाहा, जज़्बात से खेले, जब चाहा दिल तोड़ दिया

रह-रह कर ये सोच रहा हूँ, कौन है ऐसा जादूगर?
रह-रह कर ये सोच रहा हूँ, कौन है ऐसा जादूगर?
जिसकी इक आवाज़ ने बढ़ते
जिसकी इक आवाज़ ने बढ़ते, तूफ़ाँ का रुख़ मोड़ दिया
हम ने भी, ऐसे लोगों से, मिलना-जुलना छोड़ दिया
जब चाहा, जज़्बात से खेले, जब चाहा दिल तोड़ दिया

क्या करना था, क्या कर बैठे? सोचा समझा कुछ भी नहीं
क्या करना था, क्या कर बैठे? सोचा समझा कुछ भी नहीं
तुम भी तन्हा हो मुझको भी
तुम भी तन्हा हो मुझको भी, तुमने तन्हा छोड़ दिया
हम ने भी, ऐसे लोगों से, मिलना-जुलना छोड़ दिया
जब चाहा, जज़्बात से खेले, जब चाहा दिल तोड़ दिया



Credits
Writer(s): Jaidev Kumar, Naseem Rifat, Chandan Das
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