Love Hua

ये तो जानूँ ना मैं wrong हुआ या right
दो जवानों की थी वो पहली-पहली night
मैं जवाँ लड़की, वो जवाँ लड़का हो गएँ सनकी
हुआ, हुआ, हुआ, love हुआ पहली बार

दिल बेज़ुबाँ है यूँ तो फिर भी ये बोलता है
दिल बेज़ुबाँ है यूँ तो फिर भी ये बोलता है
आ जाए अगर किसी पे हद सारी तोड़ता है

हमने कभी ये सोचा नहीं था ऐसा भी हो जाएगा
मिलते-मिलते कोई सपना अपना भी हो जाएगा

जन्नत की ये ऐसी ज़मीं है
जिस पर चलना आसाँ नहीं है
इश्क़ आग का एक दरियाँ है
पार उतरना आसाँ नहीं है
दरियाँ की इस आग में भरी आशिक़ी

दिल बेज़ुबाँ है यूँ तो फिर भी ये बोलता है
दिल बेज़ुबाँ है यूँ तो फिर भी ये बोलता है
आ जाए अगर किसी पे हद सारी तोड़ता है

तनहाई में परछाई से बातें तेरी करने लगे
यादों में ही बैठे-बैठे रोते-हँसते जीने लगे

रब दे जिसे तौफ़ीक़ हँसे वो
या फिर कोई दीवाना
जलकर खाक़ बने परवाना
इश्क़ का है इतना सा फ़साना
रहते हैं किस्सों में दो प्रेमी ज़िंदा तो सभी

दिल बेज़ुबाँ है यूँ तो फिर भी ये बोलता है
दिल बेज़ुबाँ है यूँ तो फिर भी ये बोलता है
आ जाए अगर किसी पे हद सारी तोड़ता है



Credits
Writer(s): Sudhakar Sharma, Rsr Rsr
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