Mahiya

माहिया हो आजा मेरे माहिया
हो आजा मेरे माहिया
हो आजा मेरे माहिया
रांझणा, तू है मेरा रांझणा
माहिया आ भी जा
टूटे न छूटे न रिश्ता...
हो आजा मेरे माहिया
हो आजा मेरे माहिया
माहिया आ भी जा
टूटे न छूटे न ये रिश्ता
हम जो यूं साथ हो
जाना हो कहाँ, ये न हो पता?
माहिया आ भी जा
टूटे न छूटे न रिश्ता
माहिया... माहिया...
आजा मेरे देश आजा तुझको पुकारू रांझा
तेरे लिए काटूं राते तेरे लिए जीयूँ रांझा
माहिया
हो आजा मेरे माहिया
हो आजा मेरे माहिया
ख्वाबों से दूर इक दुनिया है
मैने एेसा कुछ कहीं पे सुना है
बादलों पे भी बसा एक समा है
मैने एेसा कुछ कहीं पे सुना है
माहिया आ भी जा
टूटे न छूटे न रिश्ता...
तू है मेरा रांझणा
क्यूँ मेरे चेहरे पे ख्वाब तेरे ही तेरे?
तेरी आहटों पे जी रह हूँ आज भी, आज भी
जिन्दा तू मुझमें आज भी
छुपा है तू मुझमें कहीं
तेरी आहटओं पे जी रहा हूँ आज भी, आज भी

माहिया आ भी जा
टूटे न छूटे न रिश्ता

माहिया आ भी जा
टूटे न छूटे न रिश्ता...

माहिया हो आजा मेरे माहिया
हो आजा मेरे माहिया
हो आजा मेरे माहिया



Credits
Writer(s): Ronit Vinta
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