Born to Run (Anthem) [From "Budhia Singh Born to Run"]

हो साँसें हमारी
हुजूर...
हैं ये दो धारी
हुजूर

हो, साँसें हमारी
हुजूर
हैं ये दो धारी
हुजूर...

हाँ, इन्तेहा सारे हैं क़ुबूल रे
कर देंगे तुफानो को धूल रे
इन्तेहा सारे हैं क़ुबूल रे
फिर चाहे तूफ़ान हो, अँगारे हो, या आँधी, क्या डरना
हाँ

साँसें हमारी
हुजूर, हुजूर, हुजूर, हुजूर...
हो, हैं ये दो धारी
हुजूर, हुजूर, हुजूर, हुजूर...

हाँ, दिल की सुरंग से, लेके थोड़े रंग रे
आसमां को रंग दे ज़रा
तू तो है पतंग रे, हवाओं के संग रे
आसमां को रंग दे ज़रा

बेड़ियों में छुपे हैं जो,दबे हैं जो सपने
जलवे अपने दिखाने को, रुके हैं वो सपने
मिटटी का लेके टीका, मांग में सजा
सीने में धड़कन का वो, ढोल तू बजा

हो, मिटटी का लेके टीका, माथे सपनों के सजा
फिर चाहे तूफ़ान हो, अँगारे हो, या आँधी, क्या डरना

जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ
जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ
जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ
जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ

जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ
जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ
जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ
जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ

हो साँसें हमारी
हुजूर...
हैं ये दो धारी
हुजूर...

हो साँसें हमारी
हुजूर...
हैं ये दो धारी
हुजूर...



Credits
Writer(s): Prashant Ingole, Hitesh Sonik
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