Woh Khushi Mili Hai

जो गुज़र रही है मुझ पर उसे कैसे मैं बताऊँ?
जो गुज़र रही है मुझ पर उसे कैसे मैं बताऊँ?
वो ख़ुशी मिली है मुझको, मैं ख़ुशी से मर ना जाऊँ
वो ख़ुशी मिली है मुझको, मैं ख़ुशी से मर ना जाऊँ

मेरे दिल की धड़कनों का ये पयाम तुमको पहुँचे
मैं तुम्हारा हमनशीं हूँ, ये सलाम तुमको पहुँचे
उसे बंदगी मैं समझूँ जो तुम्हारे काम आऊँ

वो ख़ुशी मिली है मुझको, मैं ख़ुशी से मर ना जाऊँ
हाँ, जो गुज़र रही है मुझ पर उसे कैसे मैं बताऊँ?

मेरी ज़िंदगी में हमदम कभी ग़म ना तुम उठाना
कभी आएँ जो अँधेरे, मुझे प्यार से बुलाना
मैं चराग़ हूँ वफ़ा का, मैं अँधेरे जगमगाऊँ

वो ख़ुशी मिली है मुझको, मैं ख़ुशी से मर ना जाऊँ
जो गुज़र रही है मुझ पर उसे कैसे मैं बताऊँ?

मेरे दिल की महफ़िलों में वो मक़ाम है तुम्हारा
कि ख़ुदा के बाद लब पर बस नाम है तुम्हारा
मेरी आरज़ू यही है मैं तुम्हारे गीत गाऊँ

वो ख़ुशी मिली है मुझको, मैं ख़ुशी से मर ना जाऊँ
हाँ, जो गुज़र रही है मुझ पर उसे कैसे मैं बताऊँ?
वो ख़ुशी मिली है मुझको, मैं ख़ुशी से मर ना जाऊँ



Credits
Writer(s): Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat
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