Woh Pilaye To Zara

वो पिलाए तो ज़रा लहरा के पीना चाहिए
वो पिलाए तो ज़रा लहरा के पीना चाहिए
दोस्ती के नाम पर छलका के पीना चाहिए
वो पिलाए तो ज़रा लहरा के पीना चाहिए
दोस्ती के नाम पर छलका के पीना चाहिए
वो पिलाए तो ज़रा लहरा के पीना चाहिए

जब घटा छाए तो ज़ुल्फ़ों की महकती छाँव में
जब घटा छाए तो ज़ुल्फ़ों की महकती छाँव में

उनके होंठों की क़सम...
उनके होंठों की क़सम खा-खा के पीना चाहिए
उनके होंठों की क़सम खा-खा के पीना चाहिए
दोस्ती के नाम पर छलका के पीना चाहिए
वो पिलाए तो ज़रा लहरा के पीना चाहिए

ये जवाँ मौसम, ये भीगी रात, ये ठंडी हवा
ये जवाँ मौसम, ये भीगी रात, ये ठंडी हवा

आज तो महबूब के...
आज तो महबूब के घर जा के पीना चाहिए
आज तो महबूब के घर जा के पीना चाहिए
दोस्ती के नाम पर छलका के पीना चाहिए
वो पिलाए तो ज़रा लहरा के पीना चाहिए

मय भी है, साक़ी भी है, साग़र भी है, मीना भी है
मय भी है, साक़ी भी है, साग़र भी है, मीना भी है

अब तो उनको भी मेरे...
अब तो उनको भी मेरे पास आ के पीना चाहिए
अब तो उनको भी मेरे पास आ के पीना चाहिए
दोस्ती के नाम पर छलका के पीना चाहिए
वो पिलाए तो ज़रा लहरा के पीना चाहिए
वो पिलाए तो ज़रा लहरा के पीना चाहिए



Credits
Writer(s): Hariharan, Anwar Farrukhabadi
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