Pyar Ka Shola Bhadka

हो, हटके ओ बचके
प्यार का शोला भड़का
तुझे देख मेरा दिल धड़का
मेरा क्या क़सूर? मेरा क्या क़सूर?

हो, सदके ओ सदके
इक चिंगारी भड़की
तुझे देख तबियत फड़की
मेरा क्या क़सूर? मेरा क्या क़सूर?

हो, प्यार का शोला भड़का
तुझे देख मेरा दिल धड़का
मेरा क्या क़सूर? मेरा क्या क़सूर?

तेरा पता मैं पूछ रही थी, हो
तेरा पता मैं पूछ रही थी
मैं तुझ को ही ढूँढ रही थी
यूँ लगता है मेरी सूरत
तू बरसों से पूज रही थी

हो, तू भँवरा, मैं तितली
मेरे दिल पे गिर गई बिजली
मेरा क्या क़सूर? मेरा क्या क़सूर?

हो, प्यार का शोला भड़का
तुझे देख मेरा दिल धड़का
मेरा क्या क़सूर?

हँस पड़ी है तू, ए, फ़ँस गई है तू
हाँ, हँस पड़ी तू, फ़ँस गई तू
मेरे दिल में बस गई है तू
मेरे दिल में बस गई है तू

फिर मत कहना दिल में बस के
गुल्फ़ों से डस गई है तू

हो, मैं तेरी, तू मेरा
जैसे नागिन और सपेरा
मेरा क्या क़सूर? हाए, मेरा क्या क़सूर?

हो, प्यार का शोला भड़का
तुझे देख मेरा दिल धड़का
मेरा क्या क़सूर?

अरे, हो गया पल में खेल ये सारा
पहली नज़र में दिल हारा
अरे, हो गया पल में खेल ये सारा, हो
पहली नज़र में दिल हारा

ले गया मेरी नींद चुरा के
तेरी बिंदिया का लश्कारा

हो, तू झूठा, मैं झूठी
झूठों की यारी झूठी
मेरा क्या क़सूर? मेरा क्या क़सूर?

हो, प्यार का शोला भड़का
तुझे देख मेरा दिल धड़का
मेरा क्या क़सूर? मेरा क्या क़सूर?

हो, इक चिंगारी भड़की
तुझे देख तबियत फड़की
मेरा क्या क़सूर? मेरा क्या क़सूर?
मेरा क्या क़सूर? मेरा क्या क़सूर?



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Pyarelal Ramprasad Sharma, Laxmikant Shantaram Kudalkar
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