Pal Bhar (Chaahunga Reprise)

मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा

पल-भर तुम्हें जो ना सोचूँ तो
धड़कनें तरसने लगती हैं
तुमको जो देख लूँ, नम आँखें भी
हौले से हँसने लगती हैं

दिल से दिल का ये मेल, सनम
जो कल ये हो जाए कम
हालात बिगड़ भी जाए अगर
हम दोनों बिछड़ भी जाएँ अगर

यादों के चाँद-शिकारे पर
मैं तुमसे मिलने आऊँगा, ओ-ओ, ओ-ओ

मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
इस चाहत में मर जाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा

कुछ और था, मैं कुछ और ही था
तुमने ही मुझको निखारा है
अब जो भी मुझमें प्यारा है
वो हर रंग तुम्हारा है

जो कल ना तेरा साथ मिले
हाथों से ना ये हाथ मिले
अलविदा अब मुझे तू कह जाए
ये प्यार अधूरा रह जाए

कुछ आधे-अधूरे लम्हे लिए
दिल का ये शहर सजाऊँगा, ओ-ओ, ओ-ओ

मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
इस चाहत में मर जाऊँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा

मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा
मैं फिर भी तुमको चाहूँगा



Credits
Writer(s): Manoj Muntashir, Mithoon
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