Musafir (Remix)

कैसे? जियूँगा कैसे?
बता दे मुझको, तेरे बिना
कैसे? जियूँगा कैसे?
बता दे मुझको, तेरे बिना

तेरा-मेरा जहाँ, ले चलूँ मैं वहाँ
कोई तुझको ना मुझसे चुरा ले
रख लूँ आँखों में मैं, खोलूँ पलकें ना मैं
कोई तुझको ना मुझसे चुरा ले

मैं अँधेरों से घिरा हूँ
आ, दिखा दे तू मुझको सवेरा मेरा
मैं भटकता एक मुसाफ़िर
आ, दिला दे तू मुझको बसेरा मेरा

तेरा-मेरा जहाँ... (मुसाफ़िर)
तेरा-मेरा जहाँ... (मुसाफ़िर)

जागी-जागी रातें मेरी, रोशन तुझसे है सवेरा
तू ही मेरे जीने की वजह

जब तक हैं ये साँसें मेरी, इनपे है सदा हक़ तेरा
पूरी है तुझसे मेरी दुआ

तेरा-मेरा जहाँ, ले चलूँ मैं वहाँ
कोई तुझको ना मुझसे चुरा ले
रख लूँ आँखों में मैं, खोलूँ पलकें ना मैं
कोई तुझको ना मुझसे चुरा ले

मैं अँधेरों से घिरा हूँ
आ, दिखा दे तू मुझको सवेरा मेरा
मैं भटकता एक मुसाफ़िर
आ, दिला दे तू मुझको बसेरा मेरा

तेरा-मेरा जहाँ... (मुसाफ़िर)
तेरा-मेरा जहाँ... (मुसाफ़िर)



Credits
Writer(s): Palash Muchhal, Palak Muchhal
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