Dhadkane Azad Hain

सा रे गा मा रे गा सा मा गा रे सा रे रे गा
(सा रे गा मा रे गा सा मा गा रे सा रे रे गा)
(सा रे गा मा रे गा सा मा गा रे सा रे रे गा)
(सा रे गा मा रे गा सा मा गा रे सा रे रे गा)

धड़कनें आज़ाद हैं, पहरे लगाकर देख लो
धड़कनें आज़ाद हैं, पहरे लगाकर देख लो

प्यार छुपता ही नहीं
प्यार छुपता ही नहीं, तुम छुपाकर देख लो
धड़कनें आज़ाद हैं, पहरे लगाकर देख लो

चाहे जितनी दूर हूँ, चाहे जितना हो ख़फ़ा
(सा रे गा रे सा रे गा पा)
(मा धा नी धा पा मा गा रे सा)

चाहे जितनी दूर हूँ, चाहे जितना हो ख़फ़ा
लौटकर आ जाएँगे, तुम बुलाकर देख लो

प्यार छुपता ही नहीं
हो, प्यार छुपता ही नहीं, तुम छुपाकर देख लो
धड़कनें आज़ाद हैं, पहरे लगाकर देख लो

शहर-ए-दिल में आज भी है चराग़ाँ तुम से ही
शहर-ए-दिल में आज भी है चराग़ाँ तुम से ही
कुछ नहीं बदला यहाँ, आओ, आकर देख लो

प्यार छुपता ही नहीं
हो, प्यार छुपता ही नहीं, तुम छुपाकर देख लो
धड़कनें आज़ाद हैं, पहरे लगाकर देख लो



Credits
Writer(s): Manoj Muntashir
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