Waada Raha Sanam (Reprised Version 2)

पलकों से तेरे बाल एक टूटा
रकलिया मैंने दिल मे सभाल के
मुझसे सुपात पे क्यू तू रूका
रक तू क्या दिल अपना मैं निकाल के
दिल निकाल के
दिल निकाल के
दिल निकाल के

वादा रहा सनम
होंगे जुदा न हम
चाहे न चाहे ज़माना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
पलकों से तेरे बाल एक टूटा
रकलिया मैंने दिल मे सभाल के
मुझसे सुपात पे क्यू तू रूका
रक तू क्या दिल अपना मैं निकाल के
आँखों मे तेरी मुझे चाँद नजर आ गया
आखें चुकें तो सुबह अंधेरा सचा गया

आँखों मे तेरी मुझे चाँद नजर आ गया
आँखें चुकें तो सुबह अंधेरा सचा गया
आ ये तो बडी प्यारी है
ये आँखें जब तुम्हारी है
जो संघ तुम मेरे हो
ये दुनिया हमारी है ओ साचना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
वादा रहा सनम
होंगे जुदा न हम
चाहे न चाहे ज़माना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना
हमारी चाहतों का
मिट ना सकेगा फ़साना



Credits
Writer(s): Manan Bhardwaj
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