Hairaani

कुछ रास्ते मंज़िलों को छू के मुड़ जाते हैं, mmm
कुछ नाते जुड़ते-जुड़ते ही टूट जाते हैं

हैरानी होती है आँखें जो रोती हैं
हैरानी होती है आँखें जो रोती हैं

इस शहर में हमसफ़र है छूटा
दिल जिगर भी खुद से क्यूँ है रूठा?
मेरे प्यार के महल का हर एक काँच टूटा
सच्चा तेरा ख़ुदा तो क्या प्यार मेरा झूठा?

क्यूँ मिटाते मिटते नहीं हैं ये पल?
क्यूँ आज में क़ैद है मेरा कल?

हैरानी होती है आँखें जो रोती हैं
हैरानी होती है आँखें जो रोती हैं

तड़पाती हैं तेरी बातें और यादें तेरी रुलाती हैं
दिल रोते-रोते रुकता है तो रूह बिखर सी जाती है
तड़पाती हैं तेरी बातें और यादें तेरी रुलाती हैं
दिल रोते-रोते रुकता है तो रूह बिखर सी जाती है

अब किससे रूठें? और किसे हम अब मनाएँ?
बैठे उन यादों को मन ही मन में दोहराएँ

हैरानी होती है आँखें जो रोती हैं
हैरानी होती है आँखें जो रोती हैं
हैरानी



Credits
Writer(s): Siddharth Siddharth, Rishi Rishi, Siddharth Amit Bhavsar
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