Tere Ishq Ka Suroor

तेरे इश्क़ का ये सुरूर है
मेरे हर तरफ़ तेरा नूर है
तेरे इश्क़ का ये सुरूर है
मेरे हर तरफ़ तेरा नूर है

हर पल है तू ही मेरे रू-ब-रू
फिर भी है मुझको तेरी आरज़ू
हर पल है तू ही मेरे रू-ब-रू
फिर भी है मुझको तेरी आरज़ू

तेरे इश्क़ का ये सुरूर है
मेरे हर तरफ़ तेरा नूर है
ख़्वाबों के दीवार-ओ-दर पे तस्वीर तेरी बनाऊँ
चाहत के रंगों से अपने दिल की मैं गलियाँ सजाऊँ

कैसे करूँ बयाँ, मेरा इश्क़ बेज़ुबाँ
तेरे प्यार का नशा मेरी रूह में बसा
तेरे बिना जिया नहीं जाए, जान-ए-जाँ

हर पल है तू ही मेरे रू-ब-रू
फिर भी है मुझको तेरी आरज़ू
हर पल है तू ही मेरे रू-ब-रू
फिर भी है मुझको तेरी आरज़ू

तेरे इश्क़ का ये सुरूर है
मेरे हर तरफ़ तेरा नूर है
दिल का सुकूँ उड़ गया है, नींदें भी गाने लगी हैं
एक बेरुख़ी सी ये मुझ पे हर लम्हा छाने लगी है

तू ही मेरी इब्तिदा, तू ही मेरी इंतिहा
तेरे बिन, जान-ए-जाँ, हो जाऊँगा मैं फ़ना
तेरे बिना जिया नहीं जाए, जान-ए-जाँ

हर पल है तू ही मेरे रू-ब-रू
फिर भी है मुझको तेरी आरज़ू
हर पल है तू ही मेरे रू-ब-रू
फिर भी है मुझको तेरी आरज़ू

तेरे इश्क़ का ये सुरूर है
मेरे हर तरफ़ तेरा नूर है



Credits
Writer(s): Saani Aslam, Danish Ali
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