Chandi Jaisa Rang Hai

चाँदी जैसा रंग है तेरा
सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है गोरी
बाकी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा
सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है गोरी
बाकी सब कंगाल

जिस रस्ते से तू गुज़रे, वो फूलों से भर जाये
तेरे पैर की कोमल आहट, सोते भाग जगाये
जो पत्थर छू ले गोरी तू, वो हीरा बन जाये
तू जिसको मिल जाए वो, हो जाए मालामाल
एक तू ही धनवान है गोरी, बाकी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है गोरी, बाकी सब कंगाल

जो बे-रंग हो उस पर क्या क्या रंग जमाते लोग
तू नादान न जाने कैसे रूप चुराते लोग
नज़रें भर-भर देखें तुझको, आते-जाते लोग
छैल-छबीली रानी थोड़ा, घूँघट और निकाल
एक तू ही धनवान है गोरी, बाकी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है गोरी, बाकी सब कंगाल

धनक घटा कलियाँ और तारे, सब हैं तेरा रूप
ग़ज़लें हों या गीत हों मेरे, सब में तेरा रूप
यूँ ही चमकती रहे हमेशा, तेरे हुस्न की धूप
तुझे नज़र ना लगे किसी की, जीये हज़ारों साल
एक तू ही धनवान है गोरी, बाकी सब कंगाल
चाँदी जैसा रंग है तेरा, सोने जैसे बाल
एक तू ही धनवान है गोरी, बाकी सब कंगाल



Credits
Writer(s): Qateel Shifai, Mumtaz Rashid, Pankaj Udhas
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