Kiya Hai Pyar Jise Humne Zindagi Ki Tarah

किया है प्यार जिसे हमने ज़िन्दगी की तरह
किया है प्यार जिसे हमने ज़िन्दगी की तरह
वो आशना भी मिला हमसे अजनबी की तरह
किया है प्यार जिसे हमने ज़िन्दगी की तरह
किसे खबर थी बढ़ेगी कुछ और तारिकी
किसे खबर थी बढ़ेगी कुछ और तारिकी
छुपेगा वो किसी बदली में चाँदनी की तरह
वो आशना भी मिला हमसे अजनबी की तरह
किया है प्यार जिसे हमने ज़िन्दगी की तरह
बढ़ा के प्यास मेरी उसने हाथ छोड़ दिया
बढ़ा के प्यास मेरी उसने हाथ छोड़ दिया
वो कर रहा था मुरव्वत भी दिल्लगी की तरह
वो आशना भी मिला हमसे अजनबी की तरह
किया है प्यार जिसे हमने ज़िन्दगी की तरह
सितम तो ये है कि वो भी ना बन सका अपना
सितम तो ये है कि वो भी ना बन सका अपना
कुबूल हमने किये जिसके ग़म खुशी की तरह
वो आशना भी मिला हमसे अजनबी की तरह
किया है प्यार जिसे हमने ज़िन्दगी की तरह
कभी ना सोचा था हमने "क़तील" उस के लिए
कभी ना सोचा था हमने "क़तील" उस के लिए
करेगा हम पे सितम वो भी हर किसी की तरह
वो आशना भी मिला हमसे अजनबी की तरह
किया है प्यार जिसे हमने ज़िन्दगी की तरह
हमने ज़िन्दगी की तरह
हमने ज़िन्दगी की तरह



Credits
Writer(s): Jagjit Singh
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