Muski Maar Ke Je Bolela Karejau

हमरो कुसुम हो बेटी चहके तोहार घर अंगना
कवनो सुनर बर ये बेटी जिनगी के सबसे बड़ा गहना...
मन के आंगन बीचे सजनिया बजे ला सहनाई.
कातिल दोनो नैना ये मैना कहे ना चैना चुराई.
मुस्की मार. के.
मुस्की मार के जे बोलेल करेजउ करेजा में उतर जाल हो
दिल के दरिया में सनेहिया सावरिया लहरिया बन लहर जल हो.
बान्ह के राखब अंचरा के खूंटे में सांवरिया तोह के सगरो उमरिया.
अरे एतना सुनर रूप से कैसे भटकी मोर नजरिया सुन-सुन ये गुजरिया
नैना रूप के करे चुमावन मनवा के भरमावे.
चाहत में मनमाकल जियरा. झूमे सगुन धुन गावे.
जब-जब परे ल तू सोझा ये सांवरिया भीतरिया कुछ ह हर जला हो.
मुस्की मार के जे बोलेल करेजउ करेजा में उतर... जाल हो
अरे जइसन सोचले रहनी ओ से बढ़ के बाड़ू रानी किरिया खा के कह. तानी.
बड़ सुनर संजोग से दे ख हमहू पवले बानी ये जी दूल्हा तोहरा खानी...
सातो फेर लिहले बा दिलवा दिल के तोहरा साथ. मे
संगे लिहलस सातो बचवां हथवा ले के हाथ मे
रंगवा प्यार के जब चढेला सजनवा जिनिगिया तब संवर जाला हो.
जइसे पसरे पुरइन पतवा ये सजनिया दिल के भीतरी पसर जालु हो...।



Credits
Writer(s): Yadav Pyarelal
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link