Morre Pichhwarva Chandan

मोरे पिछवरवा. चन्दन गाछ, अवरो से चन्दन हो
रामा,सुघर बडइया, मारे छे.वर, लालन जी के पा.लन हो || 2

राम के गढउ खडउवा. लालन जी के पा.लन हो
रामा, जशेदा ठा.डी झुला.वै लालन जी के पा.लन हो || 2

झूलहू ते लाल झूलहू अवरो से झूलहू हो
लावा, जमुना से जल भरि लाईं, त झुलवा झुला.इब हो ।। 2

जमुना पहुचहूँ न पवयूं, घडिलवौ न भरिलिउं हो
रामा, पिछ्वा उलति, जो मैं चितवुं, महल मुरली बाजल हो ।। 2

रा.न परोसिन मैया मोरी, अवरो बहिन मो.री हो
बहिनि, छवहि दिना के भइने ला.ल, त मुरली बजा.वल हो ।। 2

चुप रहू, जसुमति चुप रहू, दुस्मन जनि सुने हो ।। 2
बहिनी, ई हैं तो, कन्स के मरिहैं, औ गोकुला. बसै.हैं हो ।। 2

मोरे पिछवरवा. चन्दन गाछ, अवरो से चन्दन हो
रामा,सुघर बडइया, मारे छे.वर, लालन जी के पा.लन हो



Credits
Writer(s): Traditional
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link