Tum Bhi Khoobsurat Ho

तुम भी ख़ूबसूरत हो और दिल भी ख़ूबसूरत है
तुम भी ख़ूबसूरत हो और दिल भी ख़ूबसूरत है
इसीलिए सब हसीनों में तुम से मुझे मोहब्बत है
तुम भी ख़ूबसूरत हो और दिल भी ख़ूबसूरत है

जब भी गुस्सा करती हो
कुछ और भी अच्छी लगती हो
चूड़ी के ये साज़ बजा कर
और ग़ज़ब कर जाती हो

इन थिरकते क़दमों में नाचती क़यामत है
इन थिरकते क़दमों में नाचती क़यामत है
इसीलिए सब हसीनों में तुम से मुझे मोहब्बत है
तुम भी ख़ूबसूरत हो और दिल भी ख़ूबसूरत है

चेहरे पर यूँ लट है
जैसे चाँद के मुख पर बादल हो
काजल है इन आँखों में
काजल है इन आँखों में
या मयख़ाने में बोतल हो?

गोरी, हसीन बाँहों में ज़िंदगी के राहत है
गोरी, हसीन बाँहों में ज़िंदगी के राहत है
इसीलिए सब हसीनों में तुम से मुझे मोहब्बत है
तुम भी ख़ूबसूरत हो और दिल भी ख़ूबसूरत है

तुम भी ख़ूबसूरत हो और दिल भी ख़ूबसूरत है
इसीलिए सब हसीनों में तुम से मुझे मोहब्बत है
तुम भी ख़ूबसूरत हो और दिल भी ख़ूबसूरत है



Credits
Writer(s): Jaipuri Hasrat, Chitalkar Ramchandra
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