Saj Ke Sawar Ke

सजके-सँवरके जब आवेलु, ए रानी, दिनवे में मन गबड़ावेलु
राती में सपना तू अपना देखाके हमरा के काहे दुबरावेलु?

राजा, कइलऽ बियाह, तू मोटा जइबऽ हो
खइबऽ मेहरी के हाथे त गोटा जइबऽ हो

सुनी ला, सादी से होला बरबादी
तबो त दिनोदिन बढ़ऽ ता आबादी
मरदे के मन ह, बिछिलिए नु जाला
बढ़ेला load तब जाके पछताला

अबे से काहे डेरवावेलु, ए गोरी? हरियर गछिया सुखावेलू

राजा, कइलऽ बियाह, तू मोटा जइबऽ हो
खइबऽ मेहरी के हाथे त गोटा जइबऽ हो

सुनी ला, प्यार नीक लागेला कुँँवार में
मेहरी का करी मरद रही जब उधार में?
रानी, अंबानीयो के झर जाला पानी
होला demand जबले रहेला जवानी

कइसन भेद बतावेलु, ए रानी? चेहरा प अहरा जरावेलु

राजा, कइलऽ बियाह, तू मोटा जइबऽ हो
खइबऽ मेहरी के हाथे त गोटा जइबऽ हो



Credits
Writer(s): Madhukar Anand, Amarendra Rao Azad
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link