Ghar Se Masjid

घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो, यूँ कर लें
घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो, यूँ कर लें
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए

घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो, यूँ कर लें
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए

हमसफ़र कोई तो हो वक़्त के वीराने में
हमसफ़र कोई तो हो वक़्त के वीराने में

सूनी आँखों में...
सूनी आँखों में कोई ख़्वाब सजाया जाए
घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो, यूँ कर लें
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए

रोशनी की भी हिफ़ाज़त है इबादत की तरह
रोशनी की भी हिफ़ाज़त है इबादत की तरह

बुझते सूरज से...
बुझते सूरज से चराग़ों को जलाया जाए
घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो, यूँ कर लें
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए

ग़म अकेला हो तो साँसों को सताता है बहुत
ग़म अकेला हो तो साँसों को सताता है बहुत

दर्द को दर्द का...
दर्द को दर्द का हमदर्द बनाया जाए
घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो, यूँ कर लें
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए

घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो, यूँ कर लें
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए



Credits
Writer(s): Nida Fazli, Anu Malik
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