Bahut Khubsoorat Hai
आए हैं रुख़ पे लाल दुपट्टे को तान के
देते हैं हमको शरबत-ए-दीदार छान के
देते हैं हमको शरबत-ए-दीदार छान के
बहुत ख़ूबसूरत है...
बहुत ख़ूबसूरत है मेरा सनम
ख़ुदा ऐसे जलवे दिखाता है कम, दिखाता है कम
बहुत ख़ूबसूरत है...
बहुत ख़ूबसूरत है मेरा सनम
ख़ुदा ऐसे जलवे दिखाता है कम, दिखाता है कम
बहुत ख़ूबसूरत है मेरा सनम
ज़रा चाल में ये रवानी तो देखो
दहकती हुई ये जवानी तो देखो
हो, ज़रा चाल में ये रवानी तो देखो
दहकती हुई ये जवानी तो देखो
जो शोलों से निकला वो पानी तो देखो, पानी तो देखो
बना कर मुसव्विर ने...
बना कर मुसव्विर ने तोड़ा कलम
ख़ुदा ऐसे जलवे दिखाता है कम, दिखाता है कम
बहुत ख़ूबसूरत है, बहुत ख़ूबसूरत है
हाय, लचकती हुई है ये फूलों की डाली
छलकती हुई जैसे अमृत की प्याली
हाँ, लचकती हुई है ये फूलों की डाली
छलकती हुई जैसे अमृत की प्याली
बदन मरमरी है के जन्नत ख़याली, जन्नत ख़याली?
धनक टूट जाए जो...
धनक टूट जाए जो हो जाए ख़म
ख़ुदा ऐसे जलवे दिखाता है कम, दिखाता है कम
बहुत ख़ूबसूरत है मेरा सनम
हाँ, ये दो होंठ हैं दो गुलाबों की कलियाँ
जो बोले तो गिरती हैं मिस्री की डलियाँ
ये दो होंठ हैं दो गुलाबों की कलियाँ
जो बोले तो गिरती हैं मिस्री की डलियाँ
ये पुरपेच ज़ुल्फें हैं जन्नत की गलियाँ, जन्नत की गलियाँ
फ़रिश्तों का दुनिया में...
फ़रिश्तों का दुनिया में पहला क़दम
ख़ुदा ऐसे जलवे दिखाता है कम, दिखाता है कम
बहुत...
बहुत...
बहुत ख़ूबसूरत है मेरा सनम
देते हैं हमको शरबत-ए-दीदार छान के
देते हैं हमको शरबत-ए-दीदार छान के
बहुत ख़ूबसूरत है...
बहुत ख़ूबसूरत है मेरा सनम
ख़ुदा ऐसे जलवे दिखाता है कम, दिखाता है कम
बहुत ख़ूबसूरत है...
बहुत ख़ूबसूरत है मेरा सनम
ख़ुदा ऐसे जलवे दिखाता है कम, दिखाता है कम
बहुत ख़ूबसूरत है मेरा सनम
ज़रा चाल में ये रवानी तो देखो
दहकती हुई ये जवानी तो देखो
हो, ज़रा चाल में ये रवानी तो देखो
दहकती हुई ये जवानी तो देखो
जो शोलों से निकला वो पानी तो देखो, पानी तो देखो
बना कर मुसव्विर ने...
बना कर मुसव्विर ने तोड़ा कलम
ख़ुदा ऐसे जलवे दिखाता है कम, दिखाता है कम
बहुत ख़ूबसूरत है, बहुत ख़ूबसूरत है
हाय, लचकती हुई है ये फूलों की डाली
छलकती हुई जैसे अमृत की प्याली
हाँ, लचकती हुई है ये फूलों की डाली
छलकती हुई जैसे अमृत की प्याली
बदन मरमरी है के जन्नत ख़याली, जन्नत ख़याली?
धनक टूट जाए जो...
धनक टूट जाए जो हो जाए ख़म
ख़ुदा ऐसे जलवे दिखाता है कम, दिखाता है कम
बहुत ख़ूबसूरत है मेरा सनम
हाँ, ये दो होंठ हैं दो गुलाबों की कलियाँ
जो बोले तो गिरती हैं मिस्री की डलियाँ
ये दो होंठ हैं दो गुलाबों की कलियाँ
जो बोले तो गिरती हैं मिस्री की डलियाँ
ये पुरपेच ज़ुल्फें हैं जन्नत की गलियाँ, जन्नत की गलियाँ
फ़रिश्तों का दुनिया में...
फ़रिश्तों का दुनिया में पहला क़दम
ख़ुदा ऐसे जलवे दिखाता है कम, दिखाता है कम
बहुत...
बहुत...
बहुत ख़ूबसूरत है मेरा सनम
Credits
Writer(s): Usha Khanna, Kulwant Jani
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