Zindagi Ka Karwan

चल दिए सब छोड़ कर
हमको हवाओं की तरह
अब जलेंगे ज़िंदगी-भर
हम चिताओं की तरह

ज़िंदगी का कारवाँ हम लेके जाएँ कहाँ?
ज़िंदगी का कारवाँ हम लेके जाएँ कहाँ?
हर तरफ़ छाया हुआ है आँसुओं का धुआँ
ज़िंदगी का कारवाँ...

दुनिया में प्यार के लिए हम ना कहाँ-कहाँ फिरे
दुनिया में प्यार के लिए हम ना कहाँ-कहाँ फिरे
अपनों से खा के ठोकरें ग़ैरों की गोद में गिरे
ग़ैरों की गोद में गिरे

बस यही तक जानते हैं हम तो ये दास्ताँ
ज़िंदगी का कारवाँ हम लेके जाएँ कहाँ?
ज़िंदगी का कारवाँ...

जीने की चाह का इलाज मर-मर के कर रहे हैं हम
जीने की चाह का इलाज मर-मर के कर रहे हैं हम
यानी कि ज़ख़्म फूल के काँटों से भर रहे हैं हम
काँटों से भर रहे हैं हम

आज क्या-क्या रंग लाईं कल की नादानियाँ
ज़िंदगी का कारवाँ हम लेके जाएँ कहाँ?
ज़िंदगी का कारवाँ...

अब इस जहान की हवा हमको ना रास आएगी
अब इस जहान की हवा हमको ना रास आएगी
रिश्तों की तरह साँस की डोरी भी टूट जाएगी
डोरी भी टूट जाएगी

हम मिटेंगे तो मिटेगा ग़म का नाम-ओ-निशाँ
ज़िंदगी का कारवाँ हम लेके जाएँ कहाँ?
ज़िंदगी का कारवाँ हम लेके जाएँ कहाँ?
हर तरफ़ छाया हुआ है आँसुओं का धुआँ
ज़िंदगी का कारवाँ...



Credits
Writer(s): Sharda, Nandi Khanna
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