Dukhiya Jag Mein

दुखिया जग में हर कोई देखा...
दुखिया जग में हर कोई देखा, सुखिया देखा ना कोई
कर्मन की चक्की में पिस कर बचा ना कोई, राम जी

राजा दुखिया, रंक भी दुखिया, दुखिया ज्ञानी, ध्यानी रे
आवागमन से हर कोई दुखिया, भव फाँस मिटा दो, राम जी
जब तक तन में प्राण रहें, मेरे मुख पर राम ही राम रहे
राम रहे, नाम रहे मुख पर तेरा, राम जी

सोते, जागते, उठते, बैठते, तेरे नाम की भंग पियूँ
मस्त रहूँ, मस्ताना हरदम चरणों में तेरे, राम जी
काम, क्रोध, मद, लोभ को त्यागूँ, आशा, तृष्णा त्यागूँ रे
जपूँ निरंतर नाम तिहारा, अरज सुनो, मेरे राम जी

मानुष्य देह को पा कर भी मेरा जन्म व्यर्थ ना जाए, रे
लख चौरासी में फिर ना गिरूँ, मोहे अंग लगा लो, राम जी
अंग लगा लो, राम जी, अंग लगा लो, राम जी



Credits
Writer(s): Deepak Sen, Girija Pandit
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