Mere Mehboob Qayamat Hogi, Pt. 2

मेरे महबूब क़यामत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
नाम निकलेगा तेरा ही लब से
जान जब इस दिल-ए-नाकाम से रुख़सत होगी
मेरे महबूब...

मेरे सनम के दर से अगर
बाद-ए-सबा हो तेरा गुज़र
कहना सितमगर कुछ है खबर

तेरा नाम लिया, जब तक भी जिया
ऐ, शम्मा तेरा परवाना
जिससे अब तक तुझे नफ़रत होगी

आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
मेरे महबूब कयामत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
मेरे महबूब...



Credits
Writer(s): Laxmikant Kudalkar, Pyarelal Ramprasad Sharma
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