Black Jama Hai

Black, black, black, black
Black, black, black, black
Black, black, black, black
Black, black, black, black

चीर के दीवारें, कुरेद के किवाड़ें
खोद के निकाले गड़ा हैं जो
हैं तिजोरियों में या बंद बोरियों में
ख़ुफ़िया कहीं पे पड़ा हैं जो

बतलाता है काले धँधों का पारा, पारा
ख़ज़ाना तेरा ये सारे का सारा, सारा, सारा

है black, जमा है black, जमा है black
जमा है, जो रसीद के बिना है
Black, जमा है black, जमा है black
जमा है, हक़ से तेरे १०० गुना है

हराम से कमाया है
चुराया है, चुराया है, चुराया है
अवाम की निगाह से
छुपा के जो जमाया है, जमाया है

साम, दाम, दंड, भेद
तुझको ना किसी का खेद
चू रहा है मुल्क़ ये
जिधर से है तू ही वो छेद

साम, दाम, दंड, भेद
तुझको ना किसी का खेद
चू रहा है मुल्क़ ये
जिधर से है तू ही वो छेद

देर से सही, पर दुरुस्त है ये छापा
बन के एक तमाचा पड़ा है जो
हर किए-धरे का हिसाब माँगता है
वही किताब लेके खड़ा है जो

बतलाता है काले धँधों का पारा, पारा
ख़ज़ाना तेरा ये सारे का सारा, सारा, सारा, सारा

है black, जमा है black, जमा है black
जमा है, जो रसीद के बिना है
Black, जमा है black, जमा है black
जमा है, हक़ से तेरे १०० गुना है

Black, जमा है black, जमा है black, जमा है
Black, जमा है black, जमा है black, जमा है



Credits
Writer(s): Amitabh Bhattacharya, Amit Trivedi
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