Tujhe Dekhti Hai Nazar

तुझे देखती है नज़र फिर क्यूँ ना मिल पाऊँ?
मुझे समझ ना आए, खुद को क्या समझाऊँ?
—खुद को क्या समझाऊँ?

क्यूँ ख़यालों का मेरे तुझसे जुड़ गया रास्ता?
जाने कब कैसे हुआ तेरा-मेरा वास्ता
जाने कब कैसे हुआ तेरा-मेरा वास्ता

संग-संग तेरे लमहे सारे
होने लगे है क़रीब हमारे
तुझ संग गुज़रे बस ये ज़िन्दगी

Whoh-oh, अपनी चाहत सबसे जुदा है
हम जो मिले ये रब की रज़ा है
तुझसे जुड़ी अब मेरी ज़िन्दगी

क्यूँ ख़यालों का मेरे तुझसे जुड़ गया रास्ता?
जाने कब कैसे हुआ तेरा-मेरा वास्ता
जाने कब कैसे हुआ तेरा-मेरा वास्ता

खुदमें तुझको ढूँढ रहा हूँ
ना जाने मैं ख़ुद भी कहाँ हूँ
क्यूँ जागी है दिल में तिश्नगी?

Whoh-oh, ना जाने क्यूँ तड़प रहा हूँ
बिन धड़कन के धड़क रहा हूँ
किससे कहूँ मैं अपनी बेबसी?

क्यूँ ख़यालों का मेरे तुझसे जुड़ गया रास्ता?
जाने कब कैसे हुआ तेरा-मेरा वास्ता
जाने कब कैसे हुआ तेरा-मेरा वास्ता

तुझे चाहती है नज़र, मैं तुझे अपनाऊँ
मैं तुझे अपनाऊँ



Credits
Writer(s): Gunwant Sen Raj Sen, Abid Ali
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link