Door Rah Kar Na Karo Baat

दूर रह कर ना करो बात, क़रीब आ जाओ
दूर रह कर ना करो बात, क़रीब आ जाओ
याद रह जाएगी ये रात, क़रीब आ जाओ

एक मुद्दत से तमन्ना थी तुम्हें छूने की
एक मुद्दत से तमन्ना थी तुम्हें छूने की

आज बस में नहीं जज़्बात, क़रीब आ जाओ
आज बस में नहीं जज़्बात, क़रीब आ जाओ
दूर रह कर ना करो बात, क़रीब आ जाओ

सर्द झोंकों से भड़कते हैं बदन में शोले
सर्द झोंकों से भड़कते हैं बदन में शोले

जान ले लेगी ये बरसात, क़रीब आ जाओ
जान ले लेगी ये बरसात, क़रीब आ जाओ
दूर रह कर ना करो बात, क़रीब आ जाओ

इस क़दर हमसे झिझकने की ज़रूरत क्या है?
इस क़दर हमसे झिझकने की ज़रूरत क्या है?

ज़िंदगी-भर का है अब साथ, क़रीब आ जाओ
ज़िंदगी-भर का है अब साथ, क़रीब आ जाओ
याद रह जाएगी ये रात, क़रीब आ जाओ
दूर रह कर ना करो बात, क़रीब आ जाओ



Credits
Writer(s): Ravi, Ludiavani Sahir
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